आज जब समूचा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में है, बड़े बड़े देशों की अर्थव्यवस्था अपने घुटनों पर टिक गई है, जब हर कोई अपने स्तर से इससे बचने का “गिलहरी प्रयास” कर रहा है, तब नारायणगंज ब्लॉक की महिलाएं अपने गांव एवं समाज में उन्नति की नई इमारत बनाने के लिए अपनी मेहनत और दृंढनिश्चय से उम्मीद की नींव रख रही है,
आज भी जन-जातीय क्षेत्रों में शहरों कि अपेक्षा संसाधन बहुत ही सीमित हैं लेकिन महिलाओं के हौसले बहुत बुलंद हैं।
गांव में सैनिटाइजर एवं मास्क की अनुपलब्धता का आभास होते ही जब सभी व्यथित होकर समस्या का निदान करने का प्रयास कर रहे थे तो, समूह की महिलाओं ने स्वयं आगे बढ़कर इसकी जिम्मेदारी अपने कंधो पर ली और कपड़े के मास्क तैयार करने में जुट गई, गांव में उपलब्ध सीमित देशी सामग्री से पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर बनाने का भी प्रयास जारी है। वितरण के दौरान सोशल डीस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया।
कल तक जो महिलाएं सिर्फ घर के काम काज तक ही सीमित थी, आज वही महिलाएं समाज में अपनी बुद्धिमत्ता और कला के माध्यम से ग्राम में इस वायरस की रोकथाम के लिए सराहनीय कार्य भी कर रही हैं।