World Indigenous Day 2022: झारखंड में उग्रवाद प्रभावित खूंटी जिला के खूंटी प्रखंड में अफीम की खेती की बुराई फैल रही थी. वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण फैला, तो लोगों की आजीविका पर संकट आन पड़ी. लोगों के व्यवसाय चौपट हो गये. खूंटी जिला का तोरपा प्रखंड भी इससे अछूता नहीं था. इस संकट की घड़ी में भी महिलाओं ने अफीम की बुराई को अपने क्षेत्र से दूर रखा. उन्होंने नयी पहल की. गैर-सरकारी संस्था प्रदान की मदद से फार्मर्स प्रोड्यूस ऑर्गेनाइजेशन (Farmers Produce Organization - FPO) की स्थापना की.